खेत के दौरे से लेकर सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों , कक्षा प्रस्तुतियों से लेकर किसानों के बाज़ारों तक , इस तकनिकी दौर में बच्चों की कृषि शिक्षा को बढ़ाने के लिए आज बहुत सारे विकल्प हैं। भोजन कहाँ से आता है और उन्हें खेती से जुड़ी सभी चीज़ों में दिलचस्पी पैदा करने के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय ग्राम करगीकला में हमर पहुना कार्यक्रम में आये मेहमानों द्वारा कृषि से जुड़ें व्यावहारिक बातों को बच्चों के बिच साझा किया I ग्राम करगीकला के उपसरपंच श्री देवेंद्र साहू ने कृषि की जानकारी दी , हमर पहुना श्री रामाधार साहू ने बच्चों को एक शिक्षाप्रद किस्सा सुनाया I श्रीमती सरोज साहू ने पाककला कौशल की जानकारी बच्चों को दी I व्याख्याता शिक्षक कु.श्यामली तिवारी ने बेसन का पराठा बनाने की रेसिपी बताई साथ ही पोषण और पोषक तत्व के महत्व से रूबरू कराया I व्याख्याता शिक्षक कु.निकीता कुजूर ने दक्षिण भारतीय नाश्ते में इडली डोसा बनाने का रेसिपी बताया, वहीँ स्कुल की छात्रा कु. झरोखा ने अपने चाय बनाने की प्रक्रिया और कौशल का परिचय दिया I ज्ञात हो कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
सेजेस करगीकला कोटा बिलासपुर में कारगिल विजय दिवस में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन संपन्न हुआ I शहीदों के नाम पर किया गया वृक्षारोपण I
कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है। कैप्टन विक्रम बत्रा ( 09 सितम्बर 1974 - 07 जुलाई 1999) भारतीय सेना के एक अधिकारी थे I कैप्टन विक्रम बत्रा ने शत्रु के सम्मुख अत्यन्त उतकृष्ट व्यक्तिगत वीरता तथा उच्चतम कोटि के नेतृत्व का प्रदर्शन करते हुए भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं के अनुरूप अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। इस अदम्य साहस और पराक्रम के लिए कैप्टन विक्रम बत्रा को 15 अगस्त 1999 को भारत सरकार द्वारा मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया जो 7 जुलाई 1999 से प्रभावी हुआ। ' जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख अध्ययन केंद्र द्वारा प्रतिवर्ष देश भर में 26 जुलाई , कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। कारगिल विजय दि